जिन्दगी तो राजपूत जिया करते है,
दिग्गजो को पछाड कर राज किया करते है,
कौन रखता है किसी के सर पर ताज,
राजपूत तो अपना राज तिलक स्यंम किया करते है ।
जब इस धरती पर राजपूत ठाकुर आया,
रात चौधाई दिन घबराया..
धरती भी डोली , आई सूरज पर भी छाया,
छुई मुई के पेड नही जो छूने से मुरझा जाये..
और उस माई के लाल नही जो रण मे पीठ दिखा जाये,
लोड करके राईफल जब जीप मे सवार होते है ।
बाँध साफा जब ठाकुर तैयार होते है ।
सब से दिलदार और दमदार है "राजपूत"
रण भुमि मे तेज तलवार है "राजपूत"
पता नहीँ कितनो की जान है "राजपूत"
सच्चेप्यार पर कुर्बान है "राजपूत"
यारी करे तो यारो के यार है "राजपूत"
और
दुश्मन के लिये तुफान है "राजपूत"
तभी तो दुनिया कहती है
बाप रे बाप खतरनाक है "राजपूत"|
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